बुढी माई मंदिर रायगढ़ छत्तीसगढ़ के मंदिर और धार्मिक स्थान| Explore Chhattisgarh||

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला में विराजित बुढी माई मंदिर बहुत ही प्रसिध्द मंदिर है |

बुढी माई मंदिर को रायगढ़ की माता के नाम से भी जाता है |

छत्तीसगढ़ मंदिर और धार्मिक स्थानों से भरा है।

छत्तीसगढ़ में रायगढ़ जिला सांस्कृतिक जिले के रूप में जाना जाता है।

रायगढ़ (छत्तीसगढ़) रेशम और मंदिर के लिए भारत में प्रसिद्ध है।

बुढी माई का मंदिर 100 वर्ष से अधिक पुराना मंदिर है |

चंडी माता मंदिर बाघबाहरा ( महासमुंद ) CHHANDI MATA MANDIR BAGHBAHRA MAHASAMUND

रायगढ़ की माता बुढी माई के मंदिर को 2012 से नव निर्माण किया गया है|

इस मंदिर के नव निर्माण के लिए उड़ीसा से कारीगर बुलाया गया था|

इस मंदिर को नव निर्माण के लिए 2 से 3 वर्ष का समय लगा हैअब बुढी माई मंदिर बहुत ही सुन्दर और आकर्षक है |

छत्तीसगढ़ का इतिहास history of Chhattisgarh

माँ बुढी माई मंदिर में हर साल 18-19 हजार ज्योतिकलश जलाया जाता है और हर दिन 500 सेअधिक भक्तो का आना जाना लगा रहता है बुढी माई मंदिर में भक्त पहले आशीर्वाद और निमंत्रण के साथ हर नया काम शुरू किया जाता है , लेकिन मंगलवार, शनिवार, दशहरा और दीपावली में यह भक्तो की संख्या हजारो से लेकर लाखो तक भरा होता है।

तीन मुख्य मंदिर यहां स्थित हैं-

1- श्री गौरीशंकर मंदिर

2- मा बुद्ध माई मांगीर

3- पहद मंदिर (हनुमान मंदिर)

छत्तीसगढ के प्रमुख दर्शनीय स्थल( बस्तर एवं नारायणपुर)

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले से मात्र 1 कि.मी. की दुरी पर माँ बुढी माई देवी का मंदिर विराजित है इस मंदिर के सामने एक विशाल करबाला तालाब स्थित है | तालाब की पानी को भक्त माँ बुढी माई देवि में अर्पित करते है

माँ बुढी माई देवी के मंदिर जाने का मार्ग- 1. रायगढ़ जिले से मात्र 1 कि .मी. दुरी पर माँ बुढी माई देवी की मंदिर विराजित है |और यहाँ बसों का भी व्यवस्था है|

2. रायगढ़ स्टेशन से 650 मीटर की दुरी पर माँ बुढी माई देवी मंदिर स्थित है |

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