अंबिकापुर से करीब 70 कि.मी. की दुरी पर टाइगर प्वाइंट ( मैनपाट ) स्थित है इस जहग पर उच्च गर्मी के दौरान भी हमेशा ठंडा रहता है जिससे यहाँ का वातावरण बहुत ही खुबसुरत रहता है यहा पर आप प्रकृति का आनंद ले सकते है जिससे आपका मन शांत और आनंद महसूस करेगा |
टाइगर प्वाइंट ( मैनपाट ) –
इसे टाइगर प्वाइंट जलप्रपात इस लिए कहा जाता है क्योकि जब झरने ऊपर से जमीन ओर गिरता है तो यहा पर टाइगर की दहाड़ की की ध्वनि सुनाई पड़ती है इस लिए टाइगर प्वाइंट ( मैनपाट ) कहा जाता |इसे छत्तीसगढ़ का शिमला भी कहा जाता है |
टाइगर प्वाइंट जलप्रपात को मैनपाट के नाम से जाना जाता है टाइगर प्वाइंट जलप्रपात समुद्र तल से 370.1 फीट की उचाई से गिरता है टाइगर प्वाइंट जलप्रपात के जंगलो के बीच में स्थित है जल प्रपात के चारो ओर जंगल और बड़े – बड़े पहाड़ स्थित है यह छत्तीसगढ़ का बहुत ही सुन्दर पिकनिक स्पॉट है यहाँ हर साल लाखो की संख्या में लोग जलप्रपात को देखने और पिकनिक बनने आते है जहा पर आने वाले सभी लोगो का मन शांत और प्राकृतिक सौंदर्य देखकर मन मोहित हो जाता है
मैनपाट पर्यटन कार्यालय –
मैनपाट के पास में मैनपाट पर्यटन कार्यालय बना हुआ है जिससे पूरा टाइगर प्वाइंट जल प्रपात और जलजली मैनपाट के आस पास का देख रेख किया जाता है |
जलजली मैनपाट –
जलजलीमैनपाट अंबिकापुर से 50 कि.मी. की दुरी पर स्थित है इस जगह को दादली के रूप में जाना जाता है अनोखा अनुभव लेकिन बहुत छोटा क्षेत्र लोगों के लिए सुलभ है। यदि आप कूदते हैं तो जमीन हिल रही है”, यदि आप बारीकी से निरीक्षण करते हैं तो आप पकड़ पा सकते हैं। दरअसल यह इलाका दलदली इलाका है जहां पानी घास के नीचे बहता है।
यह जगह वास्तव में प्रकृति के सबसे अधिक आकर्षक तरीके से है। यहां के स्थानीय लोग मैगी को पत्तियों में (वास्तव में स्वादिष्ट) पेश करते हैं। और जलजली मैनपाट में घोड़े का सवारी बहुत ही प्रचलित है
छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से करीब 50 कि.मी. दुरी पर मैनपाट मार्ग के नर्बदापुर गाँव के पास में स्थित है
यहाँ पर जाने के लिए सड़क मार्ग और रेलवे मार्ग के माध्यम से पंहुचा जा सकता है|